सौभाग्य वृद्धि एवं कल्याण हेतू बहुमूल्य रामबाण totke –
सौभाग्य वृद्धि हेतु टोटका :-
totke शनिवार को जब सर्वार्थ सिद्धि योग हो तो अति उत्तम या किसी शनिवार को संध्या समय अपनी लंबाई के अनुसार लाल रेशम का धागा लें तथा बरगद वृक्ष के पत्ते को साफ कर ऊपरोक्त लाल रेशम से लपेट दें तथा बहते हुए जल या नदी में प्रवाहित कर दें । यदि शनिवार को चतुर्थी या नवमी या चतुर्दशी तिथि पड़े, तो अति उत्तम क्योंकि शनिवार के साथ ये इन तिथियां होने से सर्वार्थ सिद्धि योग कहलाता है अर्थात इन तिथियों में कोई भी तिथि हो ।
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लक्ष्मी प्राप्ति के लिए रामबाण टोटका :-
श्रावण मास में प्रति दिन 108 बिल्व पत्रों पर चंदन से ‘ऊं नमः शिवाय‘ मंत्र लिखकर इसी मंत्रोचारण से भगवान शंकर पर चढ़ावें । यह प्रयोग 31 दिनों तक करें । इस प्रयोग से धन-धान्य, लक्ष्मी में वृद्धि होती है, रोग शांत होता है तथा रोजी-रोजगार बढ़ता है, नाकरी पेशा वालों के लिए एवं मध्यवर्गीय लोगों के लिए यह totke अचूक है ।
मंदबुद्धि बालकों के लिए प्रसिद्ध टोटके :-
शरीर से हृष्ट-पुष्ट होने पर भी कई बच्चे मंदबुद्धि के होते हैं । फलस्वरूप वे किसी बात को देर से या कम समझते हैं. ऐसे बच्चों के कारण उनके माता-पिता भी चिंतित रहते हैं । इनके कल्याण के लिए निम्नलिखित अनुभूत totke प्रस्तुत है –
किसी भी दिन-रात्रि के लगभग 12 बजे बालक के थोड़े से बाल चुटिया यानी शिखा के स्थान पर से काट लें और उसे अपने पास रख लें. अगले तीन दिन भी यही क्रिया उपरोक्त समय में करें अर्थात यह क्रिया कुल चार दिन करनी है. इसके पश्चात रविवार के दिन इन बालों को जलाकर बाहर फेंक दें. संभव हो तो पैर से भली-भांति रगड़ दें. वह बालक धीरे-धीरे कुशाग्र बुद्धि का होने लगेगा. बालक को निम्नलिखित मंत्र को उच्चारण करने की दीक्षा भी दें- ‘ऊं ह्रीं ऐं ह्र सरस्वत्यै नमः’
परीक्षा में सफलता के लिए टोटका :-
कई बार कठिन से कठिन परिश्रम करने के बाद भी कई बार बच्चे फेल हो जाते हैं, जिसका सारा दोष भाग्य पर ही मढ़ दिया जाता है. ऐसे बालकों के लिए एक सरल अनुभूत totke प्रस्तुत है
जब तक परीक्षा चलती रहे, बालकों को दही नियमित रूप से दिया करें, केवल उसके समय में परिवर्तन करना होता है. इसमें रहस्य है. जैसे प्रथम दिन प्रातः सात बजे दही दिया तो अगले दिन आठ बजे और पुनः नौ बजे. इस प्रकार जब तक परीक्षा चलती रहे नित्य एक घंटा रोज बढ़ायें. परीक्षा भवन में जाते समय यदि संभव हो, तो निम्नलिखित यंत्र उसकी जेब में रख दें. यंत्र –
आलस्य दूर करने टोटके :-
आलस्य दूर करने हेतु कटेरी की जड़, शहद में पीसकर केवल सूंघने से ही आलस्य दूर हो जाता है । यह totke आलस्य दूर करने का रामबाण उपाय है ।
असाध्य बीमारी होने पर :-
कोई असाध्य बीमारी से ग्रस्त होने पर तथा उस बीमारी के कारण मृत्यु समीप दिखने पर काले बैगन का साग कड़वें तेल में पका कर कड़वा तेल में ही तली हुई सवाई पुड़िया रोगी पर सात बार न्यौछावर कर गरीब, कोढ़ी, मंगतों को खिला दें । यह प्रयोग शनि, रवि या मंगल को करें, totke अनुभूत है ।
पुत्र प्राप्ति हेतु टोटका :-
एक बेदाग नींबू लें. उस नींबू का रस निकालें तथा उसमें स्वाद के अनुसार नमक डालें. इसके पश्चात इस द्रव्य को थोड़ी देर लड्डूगोपालं की मूर्ति या फोटो के सामने रखें तथा रात्रि में सोने के पूर्व स्त्री इस द्रव्य का सेवन करें तथा पति अपने पतिधर्म (संभोग) का पालन , इस totke को मात्र एक ही बार करें, दुबारा कदापि न करें. निश्चित पुत्र प्राप्ति होगी ।
सावधानी :-
इसमें दिये गये तंत्र, मंत्र एवं टोटकों को अपनी आवश्यकतानुसार अवश्य आजमायें. कुआं प्यासे व्यक्ति को पानी पीने के लिए बनाया गया है. यदि कोई मंदमति उसमें कूदकर अपनी जान दे दे, तो इसमें कुआं बनाने का क्या दोष? इसी प्रकार यह लेख भी लोक कल्याण के लिए लिखा गया है। अतः इसके दुरुपयोग से यदि किसी का अहित होता है, तो इसमें लेखक का कोई दोष नहीं होगा।