Totke कुछ चमत्कारी तंत्र, मंत्र एवं बहुमूल्य totke Part – 4

Totke – चमत्कारी तंत्र, मंत्र, बहुमूल्य, प्रामाणिक एवं परखी हुई

अपने कार्यों में निश्चित सफलता प्राप्ति हेतु निम्नलिखित प्रामाणिक एवं परखी हुई totke

ग्रहपीड़ा निवारण हेतु औषधियों के तांत्रिक प्रयोग व टोटके – Totke

प्रत्येक ग्रह की दशा अनुकूल न होने के पर उसकी शांति के लिए निम्नलिखित औषधियों का प्रयोग करना श्रेयष्कर होगा ।

सूर्य की शांति के लिए बिल्व पत्र की जड़ रविवार को गुलाबी डोरे में लपेट कर धारण करें ।

चंद्रमा की शांति के लिए खिरनी की जड़ सोमवार को सफेद धागे में लपेट कर धारण करें ।

मंगल की शांति के लिए अनंतमूल की जड़ मंगलवार को धारण करें ।

बुध की शांति के लिए त्रिधारा की जड़ बुधवार को हरे रंग के डोरे में लपेट कर धारण करें ।

गुरु ग्रह की शांति के लिए नारंगी या केले की जड़ गुरुवार को पीले रंग के डोरे में लपेट कर धारण करें ।

शुक्र की शांति के लिए सरपोंखा की जड़ शुक्रवार को सफेद रंग के डोरे में लपेट कर धारण करें ।

शनि की शांति के लिए बिच्छू की जड़ शनिवार को काले धागे में लपेट कर धारण करें ।

राहु की शांति के लिए सफेद चंदन की जड़ बुधवार को नीले रंग के धागे में लपेट कर धारण करें ।

केतु की शांति के लिए अश्वसगंधा की जड़ गुरुवार को आसमानी रंग के डोरे में लपेट कर धारण करें ।

मंगलग्रह की शांति के लिए टोटका :- Totke

11 मंगलवार को नित्य तांबे के कुछ पैसे या टुकड़े बहते जल या नदी में प्रवाहित करें । याद रखें किसी दिन अर्थात मंगलवार को नागा न हो, नागा होने पर फिर एक से मंगलवार को प्रारंभ करें । साथ ही गले या बांह में एक तीनमुखी रूद्राक्ष भी विधिवत धारण करें ।

तंदूर में मीठी रोटी बनवाकर दान कर दें या रेवड़ियों को नित्य 11 दिनों तक बहते जल या नदी के जल में प्रवाहित कर दें ।

रेवड़ियों को मंगलवार से बहाना प्रारंभ करें तथा साथ ही कब्रिस्तान या श्मशान घाट के निकट किसी कुएं के जल को लाकर अपने घर में 31 दिनों तक अवश्य रखें । इस उपाय से केतु ग्रह का भी दोष कम हो जायेगा ।

कुंडली में यदि केतु 6 या 8वें या बादश स्थान में हो, तो भैरव जी के मंदिर में दो काले कंबल दान करें तथा 13 दिनों तक कुत्ते को तेल चुपड़ी रोटी खिलायें ।

मंगल का अशुभ प्रभाव दूर हो जायेगा ।

चंद्र संबंधी कष्टों के निवारणार्थ टोटका :- Totke


जब कोई व्यक्ति दूषित चंद्रमा के कारण अशुभ फल भोग रहा हो, तो एक यह भी टोटका है कि वह व्यक्ति रात्रि को दूध या दूध मिश्रित जल को एक श्वेत रंग के बर्तन रखकर अपने सिरहाने के पास किसी वस्तु पर रख कर सो जायेगा । प्रातःकाल उठकर उस दूध को बिना बोले कीकर या पीपल वृक्ष की जड़ में डाल दे । चंद्र ग्रह का दोष दूर हो जायेगा ।

शनि ग्रह की पीड़ा को दूर करने हेतु एक अति प्रभावशाली टोटका :- Totke

नित्य निम्नलिखित स्तोत्र का एक बार पाठ अवश्य । आश्चर्य रूप से शनिग्रह का दोष समाप्त हो जायेगा –

ध्वजनी, दामिनी चैव, कंकाली, कलहप्रिया अजा, महिषी, मातंगी, सप्त भार्या प्रकीर्तिता एताश्च सप्त भार्याश्च प्रातः रूत्थाय यः पठेत तस्य शनैश्चरी पीड़ा न भवंति कदाचन.’

ग्रह पीड़ा से ग्रसित होने पर :-

बीसा मंत्र को पीपल के पत्ते पर लिखें तथा उस पत्ते पर ही अपना नाम भी लिखें। इसके पश्चात उस पत्ते को जमीन में गाड़ दें तथा उस ग्रह (जिससे आप पीड़ित हैं) के मंत्र से (108 बार पढ़कर) हवन करें । आपकी ग्रहजनित पीड़ा समाप्त हो जायेगी।

सावधानी
इसमें दिये गये तंत्र, मंत्र एवं टोटकों को अपनी आवश्यकतानुसार अवश्य आजमायें. कुआं प्यासे व्यक्ति को पानी पीने के लिए बनाया गया है. यदि कोई मंदमति उसमें कूदकर अपनी जान दे दे, तो इसमें कुआं बनाने का क्या दोष? इसी प्रकार यह लेख भी लोक कल्याण के लिए लिखा गया है। अतः इसके दुरुपयोग से यदि किसी का अहित होता है, तो इसमें लेखक का कोई दोष नहीं होगा

Leave a Comment

error: